मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है. इस बार इसे बाहर लाने वाले खुद कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी हैं, जिनके सवाल पर गृहमंत्री की ओर से जो जवाब आया है वो चौंकाने वाला है. सरकार ने साफ किया है कि व्यापम घोटाले पर सरकार की ओर से कोई श्वेत पत्र जारी नहीं किया जाएगा. साथ ही व्यापम घोटाले की जांच के लिए जो एसआईटी गठित की गई थी उसकी जांच (Investigation) में भी किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं की गई है.
'व्यापम की जांच में एसआईटी के निर्देशों की अवहेलना नहीं'
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी की ओर से गृह मंत्रालय से व्यापम के मुद्दे पर सवाल पूछे गए थे. कुणाल ने अपने सवाल के पहले हिस्से में पूछा था कि क्या पूर्व में व्यापम घोटाले की जांच में एसटीएफ ने गोलमाल किया और इसकी जांच के लिए बनी एसआईटी के निर्देशों की अवहेलना की? यदि हां तो क्या एसआईटी की पूर्व भूमिका को जांच में शामिल किया जावेगा? इस पर गृहमंत्री बाला बच्चन की ओर से दिया गया जवाब था, 'जी नहीं, वस्तुस्थिति यह है कि व्यापम घोटाले की जांच 3 सदस्यीय एसआईटी (जिसके एक सदस्य रिटायर्ड हाईकोर्ट जज थे) के दिशा निर्देशों एवं पर्यवेक्षण में की गई.'
MP: सदन में फिर निकला व्यापम का जिन्न, सरकार का इस घोटाले की जांच पर श्वेत पत्र लाने से इंकार